ओम् शान्ति। रूहानी शिवबाबा बैठ अपने रूहानी बच्चों को समझाते हैं। यह तो जानते हो कि तीसरा नेत्र भी होता है। बाप जानते हैं सारी दुनिया की जो भी आत्मायें हैं, सबको मैं वर्सा देने आया हूँ। बाप की दिल में तो वर्सा ही याद होगा। लौकिक बाप की भी दिल में वर्…